tag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post7904059791963740499..comments2023-09-15T15:04:01.967+05:30Comments on अनुभूति रस !: संकल्प का विकल्प ...??अजय कुमार दूबेhttp://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-13729458434563118882011-02-28T02:28:41.739+05:302011-02-28T02:28:41.739+05:30दृण इच्छा शक्ति...आत्म विश्वास!! बस...दृण इच्छा शक्ति...आत्म विश्वास!! बस...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-15182984008310040172011-02-11T10:38:16.773+05:302011-02-11T10:38:16.773+05:30@कौशलेन्द्र जी
आपका विश्वाश निश्चय ही सही हो ......@कौशलेन्द्र जी <br /><br />आपका विश्वाश निश्चय ही सही हो ....आभार <br /><br /><br />@sagebob <br /><br />हां जी संकल्प का विकल्प भी संकल्प ही होगा <br />आपसे सहमत हु <br />धन्यबादअजय कुमार दूबेhttps://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-44418733465107038792011-02-10T22:31:48.326+05:302011-02-10T22:31:48.326+05:30संकल्प से अच्छा कोई विकल्प नहीं.
संकल्प का संकल्प ...संकल्प से अच्छा कोई विकल्प नहीं.<br />संकल्प का संकल्प कहाँ से लायें.<br />सलामविशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-7535468897935978532011-02-10T19:18:27.671+05:302011-02-10T19:18:27.671+05:30नहीं दुबे जी ! संकल्प का कोई विकल्प नहीं है ...जो ...नहीं दुबे जी ! संकल्प का कोई विकल्प नहीं है ...जो है वह शुद्ध छलावा है .........प्रमाण मिलने में अधिक समय नहीं लगेगाबस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-23339198776504423972011-02-10T15:54:20.087+05:302011-02-10T15:54:20.087+05:30niceniceAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-68689869282904994262011-02-10T15:29:47.082+05:302011-02-10T15:29:47.082+05:30आपने बहुत अच्छा कहा सर
हमारा भी यही दशा है
मैं ज...आपने बहुत अच्छा कहा सर<br /><br />हमारा भी यही दशा है <br />मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर फ़िक्र को धुए उडा़ता चला गया<br />जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया, बरबादियों का जश्न मनाता चला गया।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-17560154045498940222011-02-10T15:28:10.235+05:302011-02-10T15:28:10.235+05:30मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर फ़िक्र को धु...मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर फ़िक्र को धुए उडा़ता चला गया<br />जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया, बरबादियों का जश्न मनाता चला गया।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-86219377798437912572011-02-10T15:18:41.496+05:302011-02-10T15:18:41.496+05:30आपने बहुत अच्छा कहा सर
साइंस की जीत और संकल्प की ह...आपने बहुत अच्छा कहा सर<br />साइंस की जीत और संकल्प की हार।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-25476023766552849262011-02-10T15:16:47.209+05:302011-02-10T15:16:47.209+05:30यह मानवता की एक बड़ी कामयाबी भी है, जो दरअसल करोड़...यह मानवता की एक बड़ी कामयाबी भी है, जो दरअसल करोड़ों लोगों की निजी नाकामी को ढंकने का काम भी करेगी।अजय कुमार दूबेhttps://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-57264828158340233772011-02-10T15:12:23.543+05:302011-02-10T15:12:23.543+05:30हाँ जी
संकल्प एक अनूठा मंत्र हैहाँ जी<br />संकल्प एक अनूठा मंत्र हैसंतोष शर्माhttps://www.blogger.com/profile/18009310134445365934noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-9225883950652196172011-02-10T15:10:56.980+05:302011-02-10T15:10:56.980+05:30धुम्रपान निषेध !
इसका उपाय तो संयम और संकल्प ही ह...धुम्रपान निषेध !<br /><br />इसका उपाय तो संयम और संकल्प ही हैNarendrahttps://www.blogger.com/profile/02001247293177949482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-59589693349018416132011-02-10T15:06:35.916+05:302011-02-10T15:06:35.916+05:30सही लिखा आपने, संकल्प के टूट जाने पर आदमी दवाओं या...सही लिखा आपने, संकल्प के टूट जाने पर आदमी दवाओं या योगी बाबाओं की शरण में जाता है। लेकिन साइंस ने देखिये कितनी तरक्की की है, हर बीमारी का टीका बना दिया, मैने भी एक व्यंग्य लिखा है करामाती इंजेक्शन के नाम से अगर इसे भी करामाती टीका कहा जाये तो शायद गलत नही होगा। जितना मर्जी खाओ-पियो टीका लगवाओ और खुश रहो। वो है न की आविष्कार तभी होता है जब आलस्य घर कर जाता है। हमारे साथ भी ऐसा ही कुछ है, दौड़-भाग की अब बस टीकों का ही सहारा नज़र आता जान पड़ता है। बधाई एवं धन्यवाद!संतोष शर्माhttps://www.blogger.com/profile/18009310134445365934noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-54812347225610350452011-02-10T15:05:02.997+05:302011-02-10T15:05:02.997+05:30बिल्कुल सही कहा आपने।बिल्कुल सही कहा आपने।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-1229188419225403172011-02-10T14:41:55.266+05:302011-02-10T14:41:55.266+05:30अजय जी बहुत ही सार्थक लेख
विज्ञानं की भूमिका तो र...अजय जी बहुत ही सार्थक लेख <br />विज्ञानं की भूमिका तो रहनी ही चाहिए परन्तु हमें हर बार विज्ञानं का ही रास्ता नहीं आपनना चहिये <br /><br />हमें संकल्प के जैसे अनूठे मंत्र का इस्तेमाल करना चहियेNarendrahttps://www.blogger.com/profile/02001247293177949482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-48381701559221349442011-02-10T14:38:42.199+05:302011-02-10T14:38:42.199+05:30सपनों की उड़ान
तीखी धूप के साथ
गर्म हवा के थपेड़े
प...सपनों की उड़ान<br />तीखी धूप के साथ<br />गर्म हवा के थपेड़े<br />पथरीली ज़मीन<br />उठती - गिरती सांसें<br />साँसों के साथ गिरते-उठते<br />सपनों के महल<br />मुट्ठी में बंद रेत-सी<br />निकल जाने को आतुर<br />जीवन, और सपने भी|<br />फिर भी हार न मानना<br />फितरत है इंसान की<br />हैरान हुए थे धर्मराज भी जिस पर<br />जीते हैं यूँ कि<br />कभी मौत आएगी ही नही!<br />“मैं हूँ श्रेष्ट”<br />पहचान की जिद्द<br />हासिल किये अनगिनत मुकाम|<br />आगे भी रहे ये जिद्द<br />घूमता रहे समय का पहियाNarendrahttps://www.blogger.com/profile/02001247293177949482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-21622073449013273822011-02-10T14:34:13.772+05:302011-02-10T14:34:13.772+05:30good
agree with your thoughtgood <br /><br />agree with your thoughtAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-83803987158005387672011-02-10T14:33:18.057+05:302011-02-10T14:33:18.057+05:30आवश्यकता अविष्कार की जननी है
अच्छा पोस्टआवश्यकता अविष्कार की जननी है <br /><br />अच्छा पोस्टUnknownhttps://www.blogger.com/profile/10849410060389111729noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-79751673398563580182011-02-10T14:22:51.518+05:302011-02-10T14:22:51.518+05:30Deepak Saini ji
फिर आप कौनसी युक्ति आपनाना चाहेंग...Deepak Saini ji<br /><br />फिर आप कौनसी युक्ति आपनाना चाहेंगे ?अजय कुमार दूबेhttps://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-31650833542777426282011-02-10T14:21:14.268+05:302011-02-10T14:21:14.268+05:30their is a need of will-power for any strong step....their is a need of will-power for any strong step.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-63874007060864214332011-02-10T14:16:16.799+05:302011-02-10T14:16:16.799+05:30मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर फ़िक्र को धु...मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर फ़िक्र को धुए उडा़ता चला गया<br />जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया, बरबादियों का जश्न मनाता चला गया।<br /><br />अपना भी यही हाल हैDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-28033111355812987452011-02-10T14:15:12.163+05:302011-02-10T14:15:12.163+05:30This comment has been removed by the author.अजय कुमार दूबेhttps://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-44965501121399193022011-02-10T14:14:50.236+05:302011-02-10T14:14:50.236+05:30हा पार्थजी और आज जरूरत इस द्वंद्व को बढा़ने की नही...हा पार्थजी और आज जरूरत इस द्वंद्व को बढा़ने की नहीं घटाने की है।अजय कुमार दूबेhttps://www.blogger.com/profile/14279076042479885625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-32556957344827686452011-02-10T14:12:09.585+05:302011-02-10T14:12:09.585+05:30अजय जी आपका विचार बहुत अच्छा है पर बिज्ञान की जीत ...अजय जी आपका विचार बहुत अच्छा है पर बिज्ञान की जीत भी तो हमारे संकल्प की ही जीत है और संकल्प की जीत भी वैज्ञानिक मानसिकता की जीत हैपार्थ रावतhttps://www.blogger.com/profile/06780038252087336239noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-8546085802004831142011-02-10T14:10:51.110+05:302011-02-10T14:10:51.110+05:30This comment has been removed by the author.पार्थ रावतhttps://www.blogger.com/profile/06780038252087336239noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5736599664595725887.post-258183965828275152011-02-10T14:05:25.404+05:302011-02-10T14:05:25.404+05:30आपने बहुत अच्छा कहा
साइंस की जीत और संकल्प की हार...आपने बहुत अच्छा कहा <br />साइंस की जीत और संकल्प की हार।प्रीती मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/01596492658084723515noreply@blogger.com