भगवत् कृपा हि केवलम् !

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Thursday 4 May 2017

AAP में झगड़ा-सुलह-विश्वास और ड्रामा..

दिल्ली MCD के नतीजो के बाद शुरू हुआ आम आदमी पार्टी का घमासान बड़े ही नाटकीय ढंग से सुलह कर ली गई है ऐसा प्रतीत तो हो रहा है । पिछले दिनों उत्तरप्रदेश में मुलायम के समाजवादी कुनबे की नौटंकी हम सभी भलीभाती देख चुके है ऐसे में आपियो की नौटंकी फ्लॉप ही रही ।AAP_का_ड्रामा जिसकी शुरुवात पार्टी में अलग थलग पड़े अर्धनारेश्वर विश्वास ने सोशल मीडिया में एक वीडियो जारी करके किया । हम भारत के लोग नामक इस वीडियो में कवि जी ने राष्ट्रवाद के चासनी के बहाने केजरीवाल पर हमला किया और लोगो का खूब समर्थन बटोरा । उसके तुरंत बाद दिल्ली MCD में AAP के करारी हार के बाद केजरीवाल से मिलकर कुमार विश्वास ने पार्टी का डैमेज कंट्रोल करने के बहाने 3-4 चैनलों पर धडाधड इंटरव्यू दे डाले । मामला तब बिगड़ गया जब बडबोले डॉ साहब इन इंटरव्यूज के सहारे केजरीवाल के सभी नीतियों को धता बताने लगे और आप के शीर्ष नेतृत्त्व पर गंभीर आरोप लगा बैठे, कविवर अपनी वाकपटुता से केजरीवाल से शीर्ष नेतृत्त्व में बदलाव की अपील करने लगे और हार से निराश पार्टी के अन्दर से 25 से अधिक विधायको ने उनकी इस मांग पर समर्थन भी कर दिया I

30 से अधिक MLA का समर्थन देखकर चालाकी से विश्वास साहब केजरीवाल से ही पार्टी के संयोजक पद छोड़ने की मांग करने लगे ... महाधूर्त और ठग केजरीवाल डैमेज कंट्रोल के चक्कर में खुद पे हमला कैसे बर्दाश्त करते ...दिखावा में दिलीप पांडे और संजय सिंह से स्थिपा भी ले लिया गया परन्तु चतुर विश्वास नही माने और पार्टी नेतृत्त्व में बदलाव की बात मीडिया में बेबाकी से करते रहे । अपने ऊपर बढ़ता दवाव देखकर केजरीवाल के इशारे पर मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आशुतोष ने कवि विश्वास के खिलाफ MLA अमानुतुल्ला खान का इस्तेमाल शुरू किया ।

अमानुतुल्ला खान ने खुलकर कुमार विश्वास पर बीजेपी RSS के एजेंट होने और विधायको के खरीद फरोख्त में शामिल होने का संगीन आरोप लगा दिया... विश्वास आहत हुए और PAC की बैठक में नहीं पहुचे ... अमानुतुल्ला मीडिया में जाकर आरोप लगाते रहे ... परन्तु पार्टी के 25-30 विधायको का लगातार समर्थन विश्वास को मिलता देख अरविन्द और मनीष ने अमानुतुल्ला का PAC से स्थिपा ले लिया, केजरी ने ट्वीट किया कुमार विश्वास मेरा छोटा भाई है और कुमार को विश्वास में लेने की कोशिश की, उधर अमानुतुल्ला ने आरोप वापस नही लिए और कवि जी पर आरोप लगाते रहा... पाखंडी विश्वास खुद कभी योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण को बीजेपी का एजेंट बोलते थे अपने पर पड़ी तो मीडिया के सामने आके रोने लगे और एक रात में बड़ा फैसला लूँगा कहकर अमानुतुल्ला और उसके पीछे खड़े लोगो पर निशाना लगाने लगे ।

कभी पार्टी से लात मारकर योगेन्द्र, प्रशांत को निकालने वाला केजरीवाल का समय बदल चूका था अभी एक के बाद एक पार्टी की हार और कुमार को मिल रहा 25 से 30 विधायको का समर्थन उसे नए पैतरे करने को मजबूर कर रहा था ... आनन फानन में देर रात केजरी, मनीष को लेकर कुमार विश्वास को मनाने उनके घर पहुच गए । एक तरफ मुस्लिम परस्त केजरीवाल का खास अमानुतुल्ला और दूसरी तरफ बागी कवि ..उस्तादो का उस्ताद केजरीवाल के चाल में डॉ साहब आ गये ..अमानुतुल्ला खान को पार्टी से निलंबित कर दिया गया वैसे ही जैसे राशन कार्ड वाला संदीप और फर्जी डिग्रीधारक जीतेन्दर तोमर निलंबित हुए थे जो अभी भी पार्टी के छोटे बड़े सभी बैठको में आते भी है और MLA तो है ही ... कोई पद नही लूँगा बोलने वाले शिखंडी विश्वास राजस्थान का प्रभार पाकर शांत हो गए है ... कभी केजरीवाल के धरनो में माइक टेस्टिंग करने वाले कुमार विश्वास अपने औकातानुसार पद पा गये है पंजाब में संजय सिंह की तरह राजस्थान में टिकट बेचने का सुनहरा ख्वाब भी है ... तो कुमार साहब टिकट बेचिए और आप भी लूट का मजा लीजिये  


अब विश्वास साहब मौका देखकर आप में सुलह कर चुके है केजरीवाल से नाराजगी ख़तम हो गई है सड़ जी पहले की तरह ही दोनों पदों पर बिराजमान रहेंगे.. कुछ समय बाद सभी निलंबित MLA बहाल हो जायेंगे .. राजस्थान में हार का ठीकरा कुमार पर फूटना तय हो गया है ... डॉ साहब टिकट बेचकर मोटा पैसा बनाने के ख्वाब में अन्दर ही अन्दर प्रफुल्लित है :) :)

अजय कुमार दूबे

Wednesday 19 April 2017

हम भारत के लोग और कुमार विश्वास ...

तथाकथित राष्ट्रवादी आपिये डॉ. कुमार विश्वास साहब पिछले 4-5 दिनों से अपने एक वीडियो "हम भारत के लोग"  की वजह से चर्चा में है । डॉ साहब सेना के दर्द से अपने को आहात बता रहे है और राष्ट्रवाद पर जमकर ज्ञान दे रहे है, निश्चय ही हर एक देशप्रेमी भारतीय अपने बहादुर जवानों के दर्द को अपना दर्द समझता भी है और उनके साथ खड़ा भी है । कवि जी के वीडियो की सोशल मीडिया में जोरदार समर्थन भी मिला और सराहना भी... समर्थन मिले भी क्यों न आखिर हमसभी पहले भारतीय ही तो है ।

जैसा की अपेक्षित था सुकुमार साहब को तारीफ बहुत अच्छा लगा वो फुले नही समा रहे थे, अपने सम्मान में लिखे गये कसीदो को वो ट्विटर पर रिट्वीट भी कर रहे थे, जम के सहिष्णुता प्रकटकर के खुश थे । मैंने भी तारीफ किया और विडियो शेयर किया यहाँ तक तो ठीक था लेकिन कल यानि की मंगलवार की रात मैंने ट्विटर पर डॉ साहब से 2 -3 सवाल क्या कर दिए कवि जी भड़क गये और मुझे ब्लाक कर दिए उनकी सहिष्णुता तुरंत ही असहिष्णुता में बदल गई ।

मैंने विश्वास जी से पूछा था, कवि जी जब आपके नायक अरविन्द केजरीवाल और आप की पार्टी AAP भारतीय सेना को बलात्कारी बोलने वाला कन्हैया, देश के टुकड़े होंगे बोलने वाले उमर खालिद समेत JNU के आज़ादी गैंग का समर्थन कर रहे थे तब आप कहाँ थे ?? उसवक्त आपको सेना के सम्मान और इस देश की फ़िक्र नही हुई ??  जब आपकी पार्टी पंजाब जीतने के धुन में खालिस्तान समर्थको से चंदे ले रही थी और आपके आका केजरीवाल बाकायदा खालिस्तानी आतंकियों के यहाँ राते गुजार रहा था तो तब आपकी राष्ट्रवादी सोच किधर थी ??  तब आपने किया था विरोध के नाम पर एक भी प्रेस कांफ्रेंस या एक वीडियो ही बना देते अपने केजरीवाल के खिलाफ... सर्जिकल_स्ट्राइक भी आपके ही पार्टी प्रमुख को अविश्वसनीय लगा तब कवि जी आपने उनको #विश्वास दिलाया ?? सेना का आत्मसम्मान की चिंता नही हुई थी क्या आपको?? 

किसानो की चिंता तो न ही करे आप .. याद है गजेन्द्र जिसको आप लोगो ने उकसाकर आत्महत्या पर मजबूर कर दिया वही आपके रैली के सामने वो फंदे से झूल गया आप अपने बेगैरत साथियो के साथ मौत का तमाशा देखते रहे आपके आका केजरीवाल भाषण देता रहा तब आप भी आपनी #संवेदना अपनी कविताओ में छोड़ के आये थे वहाँ .. कैसे असंवेदनशील हो सकता है कोई कवि ?? ऐसा तो कोई पाखंडी ही कर सकता है ।

आपने अपने विडियो में 1991में बीजेपी द्वारा डॉ जोशी और मोदी जी के नेतृत्व में की गई  तिरंगा_यात्रा का राष्ट्रवादी जिक्र किया है और अब फिर से श्रीनगर के लाल चौक पर आप तिरंगा लहराने की बात भी करते दिख रहे है ... तो आइये चलिए बुलाइए अपने केजरीवाल को, सभी आप वालो को और निकालिए तिरंगा यात्रा और लहरा आइए लाल चौक पर तिरंगा कौन रोका है ?? करेंगे आप केजरीवाल के साथ तिरंगा यात्रा ?? हम सभी आपका समर्थन कर रहे है बताइए ?? या फिर स्व. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, डॉ मुरलीमनोहर जोशी, नरेन्द्र मोदी, उमा भारती, सुषमा स्वराज, अनुराग ठाकुर और कई अन्य बीजेपी नेता ही केवल तिरंगा यात्रा निकाला करे और तिरंगा लहराते रहे ... आप कब ??

सच तो ये है कवि जी आप पाखंडी है JNU, रोहित वेमुला, गजेन्द्र, OROP, दादरी, खालिस्तानी आदि मामलो पर आप कभी निष्पक्ष थे ही नही ... संदिग्ध थे । केजरीवाल से राज्यसभा की सीट पाने के चक्कर में आप मौन थे ... क्योकि अमेठी के तमाचे से उबरने का यही एक रास्ता था आपके पास ...  पर केजरीवाल तो आपका भी उस्ताद है उसने पहले आपका पर पंजाब चुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारको में न रख कर काटा और अब दिल्ली MCD चुनाव के प्रचारको में भी नही रक्खा है .. कल की ही न्यूज है वो आपकी निजी फोन कॉल की टैपिंग भी करवा रहा है लगभग आप रोज लात खा रहे है केजरीवाल से ...अब यह राष्ट्रवाद ही आपका आखरी रास्ता है पर आपसे आशा करता हु ये ये जो राष्ट्रवाद की बात कर रहे है वो असली हो ... पहले की तरह नकली न हो

धन्यवाद !
अजय कुमार दूबे